सभी राजनैतिक पार्टियां चुनाव के समय विभिन्न सुविधाएं निशुल्क देने का वादा करती हैं। यह सब सरकारें करदाताओं के दिए गए टैक्स में से दिया जाता है। एक आवाज उठ रही है कि ये सभी निशुल्क सुविधाएँ पार्टियों को अपने पार्टी फण्ड में से देने चाहिए। आपकी क्या राय है?